भारतीय प्रधान मंत्री द्वारा इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) का शुभारंभ किया गया जो प्रसार और आकार में भारत का सबसे बड़ा बैंक है।

भारतीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा ०१ सितंबर २०१८ को नई दिल्ली में इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) का प्रारंभ किया गया ।

उन्नीसवीं शताब्दी के मध्य में भारतीय डाक और टेलीग्राफ सेवाओं के रूप में स्थापित होने के बाद, भारत में डाक प्रणाली का नाम बदलकर ’भारतीय डाक’ कर दिया गया जब सूचना और संचार प्रौद्योगिकी में प्रगति के बाद टेलीग्राफ सेवाएं अनावश्यक हो गयी। भारतीय डाक, सरकार द्वारा संचालित डाक प्रणाली दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे व्यापक रूप से वितरित डाक प्रणाली है।

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आम तौर पर लोग इसे डाकघर के रूप में जानते है, भारतीय डाक के पास अब लगभग १५५,००० शाखाएं हैं जो भारत के ग्रामीण और दूरदराज, दूरस्थ कोनों तक सेवाएं प्रदान करती है। शाखाओं का व्यापक प्रसार इस नए प्रमोचित आईपीपीबी को भारत में अधिकतम ग्रामीण उपस्थिति वाला सबसे बड़ा बैंक बनाता है। नया बैंक आईपीपीबी भारत भर में डाकघर और डाक विभाग के डाक कर्मचारियों की विशाल स्थापित प्रसार का लाभ उठाएगा और बैंकिंग सेवाओं तक आसानी से पहुंचने और उपयोग करने के लिए देश के ग्रामीण और दूरस्थ स्थानों में वो ग्रामीण लोग जो बैंकिंग सेवाओं से नदारद थे उनकी मदद करेगा।

भुगतान बैंक के रूप में आईपीपीबी एक छोटे पैमाने पर अधिकांश बैंकिंग परिचालन का काम करेगा, लेकिन स्पष्ट रूप से यह सीधे क्रेडिट सुविधा का विस्तार नहीं कर सकता है। भारतीय डाक पहले से ही लोगों से छोटी जमा राशि प्राप्त कर रहा था और लंबे समय तक डाक बचत खाते, सावधि जमा, भविष्य निधि लेखा आदि जैसी बैंकिंग सेवाएं प्रदान कर रहा था। इसलिए, यह उपयुक्त होगा कि पिछले बैंकिंग अनुभव आईपीपीबी को पूर्ण रूप से सफल करने के लिए लाभदायक होंगे।

आईपीपीबी को अपने ग्राहकों को जटिल काग़ज़ी काम के बिना कम कीमत पर कुशल भुगतान सुविधा प्रदान करने की आवश्यकता है। आईपीपीबी सफल हो सकता है यदि सेवा वितरण के लिए दोनों ग्राहकों और सेवा प्रदाताओं के लिए एक मजबूत और व्यापक मंच हो एवम एक प्रतिस्पर्धी कीमत पर सेवा प्रदान हो । यह लोगों के बीच महसूस किया जाता है कि भारत में डाक सेवाओं में लापरवाही और देरी सहित खराब कार्य प्रणाली की वजह से बुरी तरह प्रभावित हैं। दक्षता की कोई कमी बैंकिंग क्षेत्र के लिए बहुत अनुकूल नहीं हो सकती इसके लिए उच्चतम स्तर की क्षमता की आवश्यकता होती है। निकट भविष्य में इसके ‘दक्षता’ के साथ निपटने के लिए आईपीपीबी के लिए यह एक मुद्दा बन जाएगा।

नए प्रमोचित आईपीपीबी पेमेंट बैंक को पेटीएम पेमेंट्स बैंक, एयरटेल पेमेंट्स बैंक आदि जैसे मौजूदा भुगतान बैंकों के साथ प्रतिस्पर्धा करना होगा, जिनके पास महत्वपूर्ण बाजारों की उपस्थिति पहले से ही है हालाकि आईपीपीबी के शाखाओं का विशाल प्रसार और कई ग्रामीन डाक सेवक ग्रामीण क्षेत्रों में और डाकिया शहरी क्षेत्रों में जो लोगों के दरवाजे तक बैंकिंग सेवाएं मुहैया कराएंगे, ये पहल इनके पक्ष में काम कर सकता है।

आईपीपीबी का लक्ष्य देश भर के ६४० जिलों में से प्रत्येक में कम से कम एक शाखा स्थापित करना है। आम लोगों के लिए एक निपुण सूझबूझ और कौशल, इस तरह के प्रौद्योगिकी संचालित बैंक की जरूरत है। दक्षता और उत्तरदायी ग्राहक सेवा आईपीपीबी के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्र होनी चाहिए जिससे इसकी प्रासंगिकता स्थापित हो ।

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